खेडा में आठवां सामूहिक विवाह महोत्सव धामधूम से हुआ संपन्न

पंकज शर्मा, अहमदाबाद : खेड़ा जिले के लाभपुरा में अखिल गुजरात हरियाणा गौड़ ब्राह्मण सेवा संगठन के तत्वाधान में हरियाणा गौड़ ब्राह्मण समाज-गुजरात का 8वां सामूहिक विवाह महोत्सव समाजबंधुओं की भारी भीड़ के बीच भव्य आकर्षण के साथ संपन्न हुआ। इस सामूहिक विवाह महोत्सव में हरियाणा गौड़ ब्राह्मण समुदाय के कुल सात वर-वधू जोड़े सुर्खियों में आए। अखिल गुजरात हरियाणा गौड़ ब्राह्मण सेवा संगठन के प्रदेश अध्यक्ष संजय पंडित, प्रदेश महामंत्री योगेन्द्र शर्मा, प्रदेश कोषाध्यक्ष सुरेश पंडित के साथ-साथ प्रदेश कोर कमेटी, प्रदेश युवा मोर्चा अध्यक्ष हसमुख पंडित और युवा मोर्चा टीम के सदस्यों की कड़ी मेहनत और निरंतर प्रयासों के कारण प्रत्येक जिले के सेवाभावी समाजबंधुओं की कड़ी मेहनत और निरंतर प्रयासों के कारण, आठवां सामूहिक विवाह एक शानदार सफलता रही। वर्ष 2018 के बाद 2024 में हरियाणा गौड़ ब्राह्मण समाज में सामूहिक विवाह हुआ था। ऐसे में इतने लंबे समय के बाद सामूहिक विवाह के आयोजन को लेकर समाज के लोगों में काफी उत्साह दिखा। समाज के आठवे सामूहिक विवाह में कई रिकॉर्ड भी बने हैं. हरियाणा गौड़ ब्राह्मण समाज के लोग इस ऐतिहासिक क्षण के गवाह बने हैं।


130 से अधिक समाजबंधुओं ने 15 लाख से अधिक का आर्थिक सहयोग दिया है तथा 50 से अधिक भामाशाहों ने उदार हाथो से भेट-सोगाद की बौछार लगा दी


जिले के खेड़ा स्थित श्री जय जलाराम आश्रम सेवा ट्रस्ट की धर्मशाला में आयोजित सामूहिक विवाह में बने, रिकॉर्ड की बात करें तो आठवें सामूहिक विवाह में 50 से अधिक भामाशाहों ने दिल खोलकर उपहार और घरेलु उपयोगी वस्तुएं देकर सभी का दिल जीत लिया. क्योंकि अब तक सामूहिक विवाह में इतनी बड़ी संख्या में भेंट सामान या उपहार कभी नहीं आए। इतना ही नहीं, बल्कि 130 से अधिक समुदाय के सदस्यों ने 1,100 रुपये से लेकर 51,000 रुपये तक का आर्थिक सहयोग दिया। इससे प्रदेश टीम को 15 लाख से अधिक की आर्थिक सहायता प्राप्त हुई। हरियाणा गौड़ ब्राह्मण समाज ने दोनो हाथ खोलकर अनुदान लिखाकर सामूहिक विवाह के लिए मानो पूरी ताकत लगा दी.. इतना उत्साह पहले कभी नहीं देखा गया और वो भी 10 से 15 दिन के अंतराल में.. बहुत ही कम समय में समाजबंधु दानदाताओं ने बड़ी संख्या में और पूरी क्षमता से दान देकर इतिहास रचा है। जो हरियाणा गौड़ ब्राह्मण समाज-गुजरात के लिए मील का पत्थर बन गया है।


अब दूसरे रिकॉर्ड की बात करें तो सामूहिक विवाह में शामिल हुए सात नवविवाहितों को समाज के सदस्यों की ओर से कुल तीन लाख का सामान उपहार में दिया गया. यह अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। इसमें छोटे घरेलू सामान से लेकर महंगे सामान जैसे फ्रिज, टीवी, बिजली के सामान, सोने और चांदी के सामान, दरवाजे की घंटियाँ, चांदी की गायें, दुल्हन के कपड़े, वॉशिंग मशीन, माइक्रोवेव ओवन, भगवान गणेश और माताजी की पंचधातु की मूर्तियाँ, बिस्तर सेट, बिजली की चिमनियाँ, स्टील की तिजोरियाँ , बिस्तर सेट, पंखा, बर्तन सेट, कूलर, ट्रॉली बैग, मिक्सर ग्राइंडर, पेडस्टल पंखा, खेती के बर्तन, पीतल के बर्तन, कड़वाचौथ के बर्तन, पूजाघर, दालबाटी कुकर, वलोना मशीन, कैशरोल, दीवार घड़ी, लोहा, सोफासेट, पांच और सात लीटर का स्टील कुकर, स्टील के डिब्बे समेत समाना उपहार में दिया गया। इतना ही नहीं, प्रदेश संगठन की ओर से सोने की चेन और सिलाई मशीनें भी उपहार में दी गईं.. इस तरह प्रत्येक जोड़ी को कुल तीन लाख का घरेलु सामान उपहार में दिया गया. जो दूसरा सबसे बड़ा रिकॉर्ड बन गया है..तो वही भोजन का खर्च समाज के दो सदस्यों ने वहन किया।


तीसरे रिकॉर्ड की बात करें तो सामूहिक विवाह में ऐसा कभी नहीं देखा गया कि जीवन में माता-पिता के महत्व को समझकर दूल्हा-दुल्हन ने अपने माता-पिता की पूजा की हो और सात फेरे लिए हों। 8वें समूह विवाह में ऐसा पहली बार देखने को मिला.. यहां बारात पहुंचने पर दूल्हे-दुल्हन का स्टेज पर भव्य स्वागत किया गया. 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे और वसंतपंचमी पर्व भी था। कार्यक्रम के मंच से कार्यकर्ता पंकज शर्मा द्वारा माता-पिता की आरती करने का अनोखा विचार प्रस्तुत किया गया. हर कोई सोच रहा था कि उनकी तरफ से कुछ सरप्राइज़ में क्या होगा? यह बड़ा आश्चर्य था। पहले कभी किसी ने ऐसा नहीं सोचा था। पंकज शर्मा ने कहा कि शादी करने के बाद दूल्हा-दुल्हन भविष्य में अपने माता-पिता को न भूलें, या नौकरी-व्यवसाय शुरू करने के बाद उन्हे अकेला न छोड दे इसलिए इस अनूठे विचार को "माता-पिता वंदना" के रूप में प्रस्तुत किया गया ताकि उनके साथ कभी कोई संघर्ष की स्थिति उत्पन्न न हो और संताने और वर-वधू अपने माता-पिता की सेवा करने में कभी पीछे न हटें।


जिसमें सभी सात दूल्हों और उससे भी अधिक ने अपने माता-पिता और सास-ससुर की पूजा की और विनम्रतापूर्वक उनका आशीर्वाद लिया और राज्य में कदम रखा। आज की नई पीढ़ी को माता-पिता के महत्व और उनके प्रति उनके अतुलनीय भावनात्मक लगाव से अवगत कराने की जरूरत है। पंकज शर्मा ने कहा कि मुझे स्वयं या यहां बैठे असंख्य लोगों की माता-पिता की आरती करने का सौभाग्य नहीं मिला है। यदि आप जीवित माता-पिता की पूजा करते हैं तो आपको ईश्वर का आशीर्वाद स्वतः ही मिल जाएगा और यदि माता-पिता खुश नहीं हैं तो श्राद्ध या पूजा करना या करोड़पति बन भी जाओगे तो कोई मतलब नही है। माता-पिता की पूजा के पीछे यही मूल विचार था। पंकज शर्मा ने सातों जोड़ियों को भाग्यशाली बताया। जिन्होने शादी से पहले माता-पिता की पूजा करके उनके महत्व को समझा। इस ऐतिहासिक रिकार्ड को हर समाजबंधु ने नोट किया। और इस पहल को काफी सराहनीय माना गया. माता-पिता की आरती उतारते वक्त समाज के कुछ लोग भावुक हो गए. यही वो पल था जब सभी ने अपने माता-पिता को दिल से याद किया।


सामूहिक विवाह में  बैंडवाजा और ढोल-नगाड़े की धुन पर बारात निकाली गई। हरियाणा गौड़ ब्राह्मण समाज में अब तक ऐसा नहीं हुआ कि बैंडबाजे की धुन पर नाचती घोडीओ ने दूल्हे समेत समाज के सभी लोगों को झुमाया हो। दूल्हे के सभी रिश्तेदार और बाराती नाचती घोड़ियों के अनोखे करतब देखकर मंत्रमुग्ध हो गए। इतना ही नहीं, बैंड के संगीत की भी ऐसी लय थी कि हर कोई झूम रहा था। डांसर घोड़ी पर सवार दूल्हे की शानदार छटा को कई युवा अपने मोबाइल कैमरे में कैद करते दिखे। करीब डेढ़ घंटे तक समाज के सभी लोगों ने जी भरकर सामूहिक विवाह महोत्सव का लुत्फ उठाया।


सात अलग-अलग आकर्षक सजावट वाली शादी की चौरियां(लग्नमंडप) तैयार की गईं। सातों जोड़ों को संख्या के हिसाब से विवाह मंडप पर बैठाया गया.. समाज के 1500 से ज्यादा लोगों की मौजूदगी में सामूहिक विवाह कार्यक्रम की रंगारंग शुरुआत हुई.. एक तरफ विवाह समारोह चल रहा था.. तो वहीं दूसरी तरफ प्रदेश संगठन की ओर से मंच पर समाज के भामाशाहों का सम्मान कार्यक्रम भी रखा गया..प्रदेश अध्यक्ष संजय पंडित एवं प्रदेश टीम के सदस्यों ने घरेलु उपहार-भेट-सोगाद एवं आर्थिक सहयोग देने वाले सभी दानदाताओं के नामों की घोषणा कर उन्हें बुलाया गया. मंच पर उन्हें साफा और खेस पहनाकर सम्मानित किया गया। प्रदेश अध्यक्ष संजय पंडित ने सभी दानदाताओं को उनके सहयोग और समर्थन के लिए धन्यवाद दिया..और सामूहिक विवाह को सफल बनाने के लिए समाजबंधुओं को साधुवाद (शाबाशी) दीया।


प्रदेश उपाध्यक्ष लालीजी महाराज ने कहा कि मात्र 20 दिनों में सामूहिक विवाह का सुंदर आयोजन बड़ी सफलता है. मैं क्षेत्रीय टीम को बधाई देता हूं। जो रिकॉर्ड बनाया गया है उसे देखकर मैं अभिभूत हूं। सफल आयोजन के लिए मैं प्रदेश अध्यक्ष संजय पंडित,महामंत्री योगेन्द्र शर्मा,कोषाध्यक्ष सुरेश भाई पंडित को बधाई देता हूं.. पत्रकार पंकज शर्मा ने मंच का सफल संचालन कर सभी को प्रभावित किया.इसी तरह से समाज आगे बढ़ता रहे।


पूर्व प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र पंडित ने कहा कि समाज में सामूहिक विवाह का बहुत महत्व है. सामूहिक विवाह से परिवार को खर्च में 8 से 10 लाख की बचत होती है और नवविवाहितों को व्यावसायिक उपहार के रूप में घरेलू सामान मिलता है। उन पर शादी के भारी खर्च का बोझ नहीं रहताहै। और बची हुई 8 से 10 लाख की लागत का उपयोग एक नया व्यवसाय शुरू करने के लिए किया जा सकता है और वही परिवार भविष्य में समाज में आर्थिक योगदान देने लायक हो सकता है। दूसरा उद्देश्य यह है कि समाज में मध्यम वर्गीय परिवार जिनके बेटी या बेटे हैं और शादी का खर्च वहन नहीं कर सकते उन्हें सामूहिक विवाह से सबसे बड़ी मदद मिलती है। इसलिए ऐसी योजना समाज में समय-समय पर होनी चाहिए। यह समाज के उत्थान का कार्य है ।


महामंत्री योगेन्द्र शर्मा ने बताया कि दानदाताओं के सहयोग से गुजरात सेवा संगठन की टीम सामूहिक विवाह का आयोजन करने में सफल रही है। कार्यक्रम में समाज के लोगों ने छोटे चम्मच से लेकर महंगी वस्तुओं तक उपहार दिये हैं। यहां से कुल तीन लाख तक का सामान दिया गया है। यह एक सौभाग्यशाली अवसर रहा है।


एसएस परिवार के सुनील पंडित ने कहा कि कम समय में अच्छा आयोजन कर पाने के लिए अखिल गुजरात हरियाणा गौड़ ब्राह्मण सेवा संगठन की टीम बधाई की पात्र है। दिल्ली से गया प्रसाद बलेसरा और कोटा से हॉस्टल के अधिकारी भी पहुंचे. कोटा में समाज के विद्यार्थियों के लिए छात्रावास बनाया गया है..यह सरस्वती का स्थान है इसलिए हमें भी इसके विकास के लिए यथाशक्ति का सहयोग करना चाहिए।


प्रदेश युवा मोर्चा के महामंत्री विनोद शर्मा ने कहा कि पिछले चार-पांच दिन हमारे लिए बहुत थकाने वाले थे. सामूहिक विवाह को सफल बनाने के लिए हमें जो कार्य सौंपा गया था, उसे हमारी टीम के सदस्यों ने मिलकर कड़ी मेहनत करके सफल बनाया। उन युवा साथियों को बहुत-बहुत धन्यवाद.. जो पिछले दो-तीन दिनों से यहां दिन-रात मेहनत कर रहे थे। समाज के हर सदस्य ने हमारा समर्थन किया है. इसके लिए भी मैं सभी को धन्यवाद देता हूं।


सामूहिक विवाह को मजबूती देने में सामाजिक प्रदेश युवा मोर्चा की टीम ने सक्रिय भूमिका निभाई। जिसे भुलाया नहीं जा सकता। आप सभी जानते ही होंगे कि सामूहिक विवाह रद्द होने के बाद ऐसी स्थिति नहीं थी कि आठवां सामूहिक विवाह हो पाता. लेकिन प्रदेश युवा मोर्चा के अध्यक्ष हसमुख पंडित, विनोद शर्मा, प्रेम बोहरा, सागर शर्मा, चंचल शर्मा सहित पूरे प्रदेश युवा मोर्चा ने सामूहिक विवाह आयोजित करने की तैयारी दिखाई। जिसके बाद रद्द हुए सामूहिक विवाह के सफल आयोजन की जिम्मेदारी गुजरात सेवा संगठन की क्षेत्रीय टीम ने ली। एक तरह से कहा जा सकता है कि आठवें सामूहिक विवाह की योजना सटीक तौर पर क्षेत्रीय टीम ने बनाई है। लेकिन इस कार्यक्रम को क्रियान्वित और मजबूत करने का काम प्रदेश युवा मोर्चा की टीम ने किया। समाज को यह उत्तम प्रेरणा देने के लिए प्रदेश युवा मोर्चा की पूरी टीम बधाई की पात्र है।


पूरे गुजरात से आये हरियाणा गौड़ ब्राह्मण समाज के सदस्यों ने सामूहिक विवाह के आयोजन की सराहना की. प्रदेश टीम को ऐसे ही योजना बनाते रहने के लिए प्रोत्साहित किया गया.. कार्यक्रम के अंत में सभी समाजबंधुओ का धन्यवाद प्रदेश महामंत्री योगेन्द्र शर्मा ने किया. जबकि मंच संचालन पंकज शर्मा ने किया.. शाम 5 बजे सामूहिक विवाह व स्टेज कार्यक्रम संपन्न होने के बाद समाज के सभी लोग चाय की चुस्कियां लेते हुए जय परशुराम व जयश्रीराम के नारे के साथ अपने-अपने गंतव्य के लिए रवाना हुए। जय समाज


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