अहमदाबाद : समाज की जरुरतमंद महिला को ब्लड डॉनेट करने पहुंची युवा टीम

हरियाणा गौड ब्राह्मण समाज में हंमेशा संवेदनहीनता ही दिखती है ऐसा बिलकुल नही है...गुजरात में समाज में जितनी जागरुकता बढ़ी है, उतनी ही लोगों की संवेदनाएं भी जागृत हुई हैं.. इसका उदाहरण हाल ही में अहमदाबाद में देखने को मिला है.. यहां गुजरात क्षेत्र के खेड़ा जिले के डाकोर(फिलहाल निवास उमरेठ शहर) की हरियाणा गौड़ ब्राह्मण समुदाय से एक परिवार की महिला गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित थी। महिला का हीमोग्लोबिन रिपोर्ट 5.5 ग्राम था। यानी शरीर में खून की बहुत कमी थी। ऐसे में महिला का कोई इलाज या सर्जरी नहीं हो सकती थी। महिला के परिजनों को मेडिकल टीम ने बताया कि उन्हें पांच यूनिट ब्लड की जरूरत है। अब परिवार इस स्थिति को लेकर असमंजस में । पांच यूनिट रक्त प्राप्त करने के लिए ब्लड बैंक को पांच रक्त दाताओं की जरुरत थी तभी अस्पताल की टीम रक्त की आपूर्ति कर सकती थी। हरियाणा गौड़ ब्राह्मण समाज में पहले भी कई परिवारों के साथ ऐसी स्थिति हुई होगी। लेकिन हर कोई अपने तरीके से कामयाब रहा होगा। हालांकि, अहमदाबाद की युवा टीम के महामंत्री यज्ञेश पंडित को अहमदाबाद में इलाज के लिए आए खेड़ा के परिवार की स्थिति के बारे में जानकारी मिली। उन्होंने इस संबंध में मदद करने का फैसला किया। इस बारे में उन्होंने पत्रकार पंकज शर्मा से बातचीत की। बाद में  उन्होने अहमदाबाद की युवा टीम से रक्तदान के लिए आगे आने की अपील की। समाज के इस तरह के कार्यो के लिए हंमेशा से अग्रेसर रहे पत्रकार पंकज शर्मा ने इस अभियान में तेजी लाने और समाज के मुख्य सोशियल गृपो तक रक्तदान अपील का संदेश फैलाने का फैसला किया। कुछ ही घंटों में अहमदाबाद-गांधीनगर जिले के छह युवा रक्तदान करने के लिए आगे आए। इन रक्तदाताओं ने 18 और 19 अक्टूबर को अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में जाकर रक्तदान किया।


*इन सदस्यो ने रक्दान कर दिखाई संवेदना*

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◼️यज्ञेश पंडित, रखियाल, अहमदाबाद

◼️महेश शर्मा, दहेगाम, जि.गांधीनगर

◼️ब्रिजेश पुरोहित, मणिनगर, अहमदाबाद

◼️कल्पेश पंडित, रखियाल, अहमदाबाद

◼️रवि शर्मा, वडोदरा

◼️रवि शर्मा, बापुनगर, अहमदाबाद


अब इस उदाहरण से समाज के लोगों को यह समझने की जरूरत है कि हम रक्तदान करके समाज की मदद कर सकते हैं। अक्सर कुछ परिवार शर्म या अज्ञानता के कारण इस तरह की मदद लेने से चूक जाते हैं। और अपने परिवार के सदस्य की मदद सही समय पर नहीं कर पाता या फिर बहुत सारा पैसा खर्च करने के लिए मजबूर होना पड़ता है। हमें समाज के उन कार्यों पर ध्यान देना चाहिए जिससे समाज के लोगों को लाभ हो। यह भी जरूरी है कि यह लाभ अल्पकालिन नहीं बल्कि दीर्घकालिक हो। रक्तदान करने के बाद किसी अजनबी से भी खून का रिश्ता कैसे बनाया जा सकता है, इसका बेहतरीन उदाहरण अहमदाबाद की युवा टीम ने पेश किया है। रक्तदान का कितना महत्व है? इसका अहसास हमें तब होता है जब हमारा कोई निकटतम व्यक्ति जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा होता है। रक्तदान कर हम जहां एक ओर किसी की जान बचाते हैं वहीं दूसरी ओर इससे काफी आत्म संतुष्टि मिलती है। कई लोग रक्तदान को लेकर फैली भ्रांतियों के कारण रक्तदान करने से कतराते हैं जबकि इससे कोई हानि नहीं होती बल्कि कई प्रकार लाभ होते हैं। अत: हम सभी को रक्तदान के लिए आगे आना चाहिए। खास कर उस समय जब हमारा ही समाज का कोई व्यक्ति ब्लड के लिए आपकी मदद चाहता हो।


*ब्लड डोनेट से क्या फायदे हैं?*

रक्तदान करने से शरीर को कई तरह के भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। मेंटल हेल्थ फाउंडेशन की एक रिपोर्ट के अनुसार, दूसरों की मदद करने से : 


▪️तनाव कम होता है

▪️भावनात्मक स्वास्थ्य में सुधार होता है

▪️ब्लड डोनेशन के दौरान फ्री चेकअप से शारीरिक लाभ होता है

▪️नेगेटिव भावनाओं से छुटकारा पाने में मदद मिलती है

▪️एक स्वस्थ हृदय और संवहनी प्रणाली

▪️अक्सर ब्लड डोनेट करने से ब्लड प्रेशर और दिल के दौरे का जोखिम कम हो सकता है

▪️रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है

▪️मेंटल हेल्थ के लिए फायदेमंद


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