अगर चाहते है अपने व्यक्तित्व में निखार तो ज़रूर करें ये कार्य


नकारात्मकता का आशय निराशावाद हैं। मानव के पास समस्त जगत को देखने - परखने के दो नजरिए हैं, एक आशावादी दूसरा निराशावादी । इसे, सकारात्मक और नकारात्मक दृष्टि भी कहते हैं। व्यक्ति  जीवन में अलग-अलग प्रकार की नकारात्मकताओं का शिकार हो सकता हैं। आज मैं आपसे विभिन्न प्रकार की नकारात्मकता और उसे दूर करने के तरीकों के बारे में बात करना चाहती हूं।


1)घरेलू नकारात्मकता 

हर-घर में दो तरह की एनर्जी का संचार होता है। एक एक पॉजिटिव और एक नेगेटिव ।घर मे कलेश, आर्थिक कारण से बात - बात पर मतभेद और रिश्ता में प्रेम की कमी और सहनशीलता की कमी से अक्सर घरों में नेगेटिव एनर्जी देखने को मिलती है। वहीं नेगेटिव एनर्जी इंसान को बुरा दौर दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ती। कभी कभी तो नेगेटिव एनर्जी का दुष्प्रभाव इतना गहरा पडता है कि व्यक्ति, को, आर्थिक शारीरिक और मानसिक परेशानियों से सामना करना पड़ता है।


2)पूर्णता प्राप्त करने की नकारात्मकता

पूर्णता प्राप्त करना एक सामान्य आकांशा है लेकिन जब संपूर्ण बनने का विचार ही आपका एकमात्र लक्ष्य बन जाता   है, तो यह हानिकारक भी हो सकता है। यह साबित करने की कोशिश करना कि आप पूर्ण और दोपरहित हैं आपको आत्म संदेह , कम आत्मविश्वास और असुरक्षा की दुःखद याता पर ले जाएगा और यही नकारात्मक विचार हमारे पूरे शरीर और आत्मा पर राज करने लगते है ।


3)नियंत्रण करने की कोशिश करना

 किसी को भी नियंत्रीत करना, यह कोई शक्ति नहीं है, आप जितना तेजी से आप इसे स्वीकार करेंगे, आप उतने ही । सकारात्मक होंगे । आपको दूसरों को नियंत्रित नहीं करना चाहिए, क्योंकि इस प्रक्रिया में आप अंतत: खुद पर नियंत्रण खो देते है, और आप नकारात्मकता में डूब जाएंगे।


4)चिंता (नकारात्मयता की सबसे बड़ी जड़)

आप चिंतित हो सकते हैं और यह ठीक है, लेकिन बहुत अधिक चिंता करना केवल आपके वर्तमान मन की स्थिति को खराब कर सकता है। चिंता आपके जीवन को नकारात्मक बनाने की सबसे बड़ी जड़ होती हैं।


5)व्यक्तित्व विकास को ऊर्जावान बनाने की युक्तियाँ

व्यक्तित्व विकास को ऊर्जावान  बनाने के लिए सबसे जरूरी है जीवन के हर पहलू को देखने का सकारात्मक नजरिया जैसे –

- जीवन में धीरज अपनाए ।

- खतरे का सामना साहस से करें ।

- प्रभावशाली संवाद करें ।

- अच्छे कार्य की प्रसंशा करें ।

- जब आप या कोई और गलती करें तो मन में कोई गांठ न बांधे । Let go की आदत को विकसीत करें ।

- तनाव रहित स्वस्थ जीवनशैली अपनाए ।

- जीवन के प्रति उत्साहपूर्ण नजरिया अपनाए ।


नकारात्मकता को दूर करने के उपाय

1)प्राणायाम और मेडिटेशन

प्राणायाम से जुडी एक्सरसाइज करें, अगर आप प्राणायाम जैसे थोगासन करते हैं तो इससे आपके शरीर में शुद्ध हवा जाती है। रोजाना सुबह मेडिटेशन करें। यह उपाय नकारात्मकता को सकारात्मकता  में बदलने का पहला कदम   होगा ।


2)प्रकृति के साथ कुछ समय बिताए

जब नकारात्मकता  ऊर्जा आपके आस- पास 'हो,  फिर चाहे वह घर हो या ऑफिस, उस समय प्रकृति के साथ सिर्फ 10 मिनट का समय बिताए, उस समय आप कुछ भी विचार नहीं करे सिर्फ प्रकृति की सुंदरता को निहारने को कोशिश कीजिए, यह उपाय आपको जीवन  में सकारात्मकता की और ले जाने में बहुत मदत करेगा।


3)घर  से नकारात्मकता ऊर्जा हटाने के उपाय

हर कोई चाहता है कि उसके घर में सुख और शांति का वास हो | अगर आप सकारात्मकता की तरक अपना कदम बढ़ाना चाहते हैं, घर में शांति चाहते हैं तो सबसे पहले शिकायतें करना छोड़ दें, धूप और ताजी हवा के लिए खिड़कियाँ खुली रखें, घर में प्राकृतिक रोशनी आने के लिए पर्दा खोल दे । घर के लोगों के बीच आपसी प्रेम होना  बेहद जरूरी है, बुजुर्गों का घर में होना ऊपर वाले के आशिर्वाद के समान होता है,। बड़ो के मन में छोटो  के लिए प्रेम ( निस्वार्थ प्रेम), और छोटो के लिए मन में बड़ों के लिए सम्मान होना बेहद जरूरी हैं।


4)शिकायते करनी कम करे

मनुष्य के जीवन में बहुत  सारी शिकायत होती है और जब उनमे सुधार नही आता है तो नकारात्मकता पैदा होती है। इसलिए अपनी जिंदगी से शिकायत करना कम कर दे। आपकी जिंदगी जैसी चल रही हैं वैसी चल दें। सब कुछ समय और ईश्वर पर छोड़ दे। और आप जो भी कार्य करे बस उसको बेस्ट करे।


5)बस जी भर मुस्कुराएं

मुस्कुराने से आपकी आधी  परेशानियां तो वैसे ही खत्म हो जाती है। हर छोटी छोटी बात में, खुशी ढुंढने से और मुस्कुराने से आपका स्ट्रेस कम होता है आपका ब्लड प्रेशर भी नियंत्रीत रहता हैं | आपका मूड काफी अच्छा हो जाता है जिससे सकारात्मकता फैलती है।


6)नकारात्मक विचारों को हावी ना होने दें

नकारात्मक विचार अगर आपके मन में आते भी हैं तो उन्हें, आप पर हावी ना होने दें। इसको ऐसा करने के लिए सबसे आसान उपाय यह हैं कि आप व्यस्त रहें । वो कहते हैं ना “खाली दिमाग शैतान का दिमाग होता है” , इसलिए अपने आप को हमेशा किसी ना किसी काम में व्यस्त रखे ।


7)नकारात्मक लोगों से दूरी बनाए रखे

कोई आपका दोस्त, रिश्तेदार था, फिर आपके घर के कोई सदस्य, जिनसे मिलने के बाद या बात करने के बाद आपको हमेशा दिमाग में कोई ना कोई टेंशन पैदा हो जाती हैं। ऐसे लोगों से दूरी बनाना शुरू कर दें |


8)हर छोटी-छोटी बात में खुशीयाँ ढूंढे

कभी –कभी हम सोचते है कि आपके पास और की तरह बड़ा घर, बडी गाड़ी नहीं है, बंगला नहीं है पर आपको बड़ी बड़ी खुशियों की जगह हर छोटी-छोटी  चीजों में अपने लिए खुशियां ढूंढ़नी है जैसे - अगर आपका बच्चा Mother's Day  पर आपके लिए कार्ड बनाकर आपको आश्चर्य कर दे तो भी आपको खुश होना चाहिए, जिससे आप अपने जीवन में नकारात्मकता से दूर रहेंगे और आपको एक सुखमय जीवन जिने के लिए सकारात्मक ऊर्जा मिलती रहेंगी।


(नोट - दक्षा शर्मा युट्युबर है, वह मोटीवेशन स्टोरी के वीडियो बनाते है, आप उनके मोटीवेशन वीडियो देखने के लिए उनके युट्युब चैनल https://www.youtube.com/@dakshasharma पर जाकर देख सकते है )

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