चावंड का मंड - माता चामुंडा (चावंड माता) के दिव्य दर्शन (आंधी रोड, जयपुर), जाने लोकमान्यता

जयपुर से आंधी होकर चावंड का मंड - माता रानी के दर्शन के लिए जाया जा सकता है...यहा राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश समेत कई जगह से भक्तगण दर्शन के लिए आते है..हरियाणा गौड ब्राह्मण समाज के कई गौत्र में चावण्ड माता को ही कुलदेवी के स्वरुप में पूजा जाता है...मंदिर के इतिहास के बारे में आधिकारिक जानकारी तो नही मिल पाई है..लेकिन चावंड का मंड मंदिर के भक्त एवं गांव के लोगो ने बताया है कि यह काफी प्राचीन मंदिर है..
क्या है लोकमान्यता और इतिहास?

लोकमान्यता के मुताबिक माता रानी का रहस्य राजा महाराजा के समय का हैं कहा जाता है कि माता रानी एक दिन मिटी का टीले पर बातें कर रही थी जब एक बंजारा जा रहा था माता रानी ने पूछा की एस मैं क्या लेकर जा रहे हो?.. बंजारा को पता था बैल गाड़ी मे हीरे और जुवारात है मे इन को बोल देता हूं कि इस मे नमक है वहा से इतना बोल कर चला गया फिर अपने सेठ जी के गोदाम पर चला गया और सेठ जी ने बोला की तुम आ गए हो.... फिर बंजारा बोलता है कि हा सेठ जी में आ गया हू.....शैठ जीने कहा कि बोरी का मुंह खोल दो जब बंजारा बोरी का मुंह खोल देता है जब बोरी में हीरे थे हिरो की जगह पर उस मे नमक निकल गया...शैठ जी ने बोला कि तुम जब आ रहे थे तुम को कोई मिला था क्या?.. बंजारा ने कहा कि शैठ जी जब मैं आ रहा था तब दो औरते मिली थी इन्होंने पूछा था कि इन बोरी क्या लेकर जा रहे हो जब मैने कहा कि इन मे नमक लेकर जा रहा हूं... शैठ जी ने कहा कि तुम और मैं वहा पर चल कर आते हैं और शैठ जी और बंजारा दोनो वहा पर पूछ जाते है उन को वह दो औरते मिलती हैं .....शैठ जी पूछ रहे हैं कि आप कोन हो मेरी बैल गाड़ी मे हीरे और जुवारात हैं माता जी मेरी बोरी नमक नही है उन मै हीरे और जुवारात है... माता रानी ने कहा कि जिन बोरी को तुम ने खोला है उनमें नमक है अब जिस बोरी को आप खोलोगे उन्हें मैं हीरे और जवारात निकल जाएगा और आप मेरा एक मंदिर बना देना यह माता रानी का रहस्य है

(यह इतिहास वेरिफाय नही है--लेकिन चावंड का मंड गांव के लोगो की मान्यता है और वहां के लोगोने ही बताया है..इस इतिहास के बारे में हम कोई दावा नही करते)

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